रेवाड़ी: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने रविवार को 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर रेवाड़ी में राष्ट्रीय ध्वज फहराकर समारोह की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने देश की आजादी और प्रगति में सभी वीरों के योगदान को याद करते हुए लोगों से राष्ट्र निर्माण में आगे आने की अपील की।
इधर, राजधानी दिल्ली के कर्तव्य पथ पर भी गणतंत्र दिवस की भव्य परेड ने सबका ध्यान खींचा। यहां भारत की सांस्कृतिक विविधता, एकता, समानता, विकास और सैन्य कौशल की झलक देखने को मिली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कार्यक्रम की शुरुआत से पहले राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर देश के अमर बलिदानियों को श्रद्धांजलि दी।
इसके बाद कमांडर अमित राठी के नेतृत्व में इंटर-सर्विसेज़ गार्ड ने 21 आंतरिक गार्डों और 6 बिगुलर्स के साथ सलामी शस्त्र की कमान संभाली। गूंजती हुई ‘लास्ट पोस्ट’ की धुन पर वर्दीधारी अधिकारियों ने सन्नाटा साधकर दिवंगत सैनिकों को दो मिनट का मौन रखकर नमन किया। इस मौन का समापन ‘राउज़’ के साथ हुआ, जो पारंपरिक रूप से श्रद्धांजलि के अंत का संकेत देता है।
सरकार की ‘जनभागीदारी’ की पहल के तहत इस बार लगभग 10,000 विशेष अतिथियों ने परेड का आयोजन स्थल पर आनंद लिया। इन अतिथियों में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले लोग शामिल थे, जिन्होंने सरकारी योजनाओं का बेहतरीन ढंग से लाभ उठाया है।
इस साल तीनों सेनाओं की संयुक्त झांकी पहली बार एकजुटता और तालमेल का प्रत्यक्ष उदाहरण पेश कर रही है। ‘सशक्त और सुरक्षित भारत’ विषय पर आधारित इस झांकी में तीनों सेनाओं के बीच तेज नेटवर्किंग और संचार की सुविधा दिखाने वाला एक संयुक्त ऑपरेशंस रूम भी शामिल किया गया है।
रेवाड़ी में आयोजित समारोह से लेकर राजधानी दिल्ली की भव्य परेड तक, देशभर में गणतंत्र दिवस का जोश देखने को मिला। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा में हुए कार्यक्रम ने देश की सैन्य शक्ति और सांस्कृतिक विरासत पर गर्व महसूस करने का अवसर दिया। उधर, दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तमाम गणमान्य लोगों की मौजूदगी ने इस खास दिन को और भी यादगार बना दिया। भारत के 76वें गणतंत्र दिवस समारोह में देशभक्ति, एकता और प्रगति के संदेश ने हर नागरिक को प्रेरित किया।