किसान विकास पत्र (Kisan Vikas Patra – KVP) एक लम्बी समय अवधी वाली निवेश की योजना है जिसे भारतीय डाकघरों और बैंकों द्वारा संचालित किया जाता है। यह योजना विशेष रूप से उन निवेशकों के लिए है जो अपने धन को सुरक्षित और सुनिश्चित रिटर्न के साथ निवेश करना चाहते हैं। इसे भारत सरकार द्वारा सुरक्षित निवेश के रूप में लॉन्च किया गया है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों के लोगों को बचत के प्रति प्रोत्साहित करना और उन्हें निवेश के लाभों से जोड़ना है।
जब इस स्कीम की शुरुआत की गई थी तो इस स्कीम में केवल किसान ही अपने पैसे को निवेश करके लाभ ले सकते थे लेकिन सरकार की तरफ से इसके नियमों में काफी बदलाव कर दिए गए है और आज के समय में इस स्कीम में देश का कोई भी नागरिक अपने पैसे को निवेश कर सकता है और इस योजना में मिलेगा वाले डबल पैसे का लाभ ले सकता है। चलिए आपको इस योजना के बारे में डिटेल में बताते है।
किसान विकास पत्र का इतिहास
किसान विकास पत्र (KVP Scheme) पहली बार भारत की केंद्र सरकार की तरफ से साल 1988 में शुरू किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य था कि देश के मध्यम और निम्न आय वर्ग के लोगों को एक सुरक्षित निवेश विकल्प प्रदान करना जो उन्हें उनके निवेश पर बेहतर रिटर्न सुनिश्चित कर सके। खास तौर पर इस स्कीम को किसानों के लिए चलाया गया था। हालांकि सरकार ने कुछ समय के लिए इस योजना को बंद कर दिया था लेकिन बाद में इसे साल 2014 में फिर से शुरू किया गया था।
किसान विकास पत्र में निवेश के नियम
किसान विकास पत्र (Kisan Vikas Patra – KVP) में निवेश करने के लिए कुछ नियम भी सरकार की तरफ इ बनाये गए है। इन नियमों के अनुसार ही निवेश किया जा सकता है और रिटर्न का लाभ भी नियमों के अनुसार ही मिलता है। देखिये कौन कौन से नियम बनाये गए है सरकार की तरफ से इस योजना का लाभ लेने के लिए।
किसान विकास पत्र में न्यूनतम निवेश की राशि ₹1000 है। आप ₹1000 के गुणक में किसी भी राशि का निवेश कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, ₹2000, ₹5000, ₹10000 या फिर इससे अधिक पैसा भी आप निवेश कर सकते है। किसान विकास पत्र में निवेश करने की कोई अधिकतम सीमा नहीं है। आप अपनी सुविधा और आवश्यकता के अनुसार जितनी राशि चाहें निवेश कर सकते हैं। आप कितना भी पैसा इस स्कीम में निवेश करो तो आपको उसका दोगुना ही मिलने वाला है।
किसान विकास पत्र (Kisan Vikas Patra Scheme) का लॉक-इन पीरियड 30 महीने (2.5 साल) है। इसका मतलब है कि आप 2.5 साल से पहले इस योजना से अपना पैसा वापस नहीं निकाल सकते। ये आपको बताना इसलिए भी जरुरी है की अगर आप एक बड़ी रकम इस स्कीम में निवेश कर देते है और अचानक से आपको पैसे की जरुरत पड़ जाती है तो फिर आपको पैसे निकलने से पहले ये नियम भी ध्यान में रखना होगा।
किसान विकास पत्र का मैच्योरिटी पीरियड 9 साल 7 महीने (115 महीने) है। इस अवधि के बाद ही आपको आपका मूल निवेश और ब्याज की राशि प्राप्त होती है। यानि की जब आप अपने पैसे को निवेश करते है तो आपको 115 महीने की अवधी पूरी होने के बाद में ही डबल पैसे का लाभ मिलता है। किसान विकास पत्र (Kisan Vikas Patra Scheme)में निवेश पर मिलने वाली ब्याज दर सरकार द्वारा हर तिमाही निर्धारित की जाती है। वर्तमान में (2024) इस योजना पर 7.5% की वार्षिक ब्याज दर दी जा रही है।
किसान विकास पत्र में कौन निवेश कर सकता है?
किसान विकास पत्र में निवेश करने के लिए भी सरकार की तरफ से नियम लागु किये गए है और इन नियमों के अनुसार पत्र लोग ही इस स्कीम में निवेश कर सकते है। देखिये कौन कौन से नियम बनाये गए है इस योजना का लाभ लेने के लिए –
किसान विकास पत्र में केवल भारतीय नागरिक ही निवेश कर सकते हैं। विदेशी नागरिक या NRI इस योजना में निवेश नहीं कर सकते। किसान विकास पत्र में निवेश करने के लिए आपकी न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए। हालांकि अभिभावक अपने नाबालिग बच्चों के नाम पर भी इस योजना में निवेश कर सकते हैं।
आप किसान विकास पत्र में एकल खाता (Single Account) या संयुक्त खाता (Joint Account) खोल सकते हैं। संयुक्त खाते में अधिकतम दो लोग निवेश कर सकते हैं। किसान विकास पत्र में कंपनियां और ट्रस्ट भी निवेश कर सकते हैं और उनको भी निवेश करने के बाद में डबल पैसे का लाभ दिया जाता है।
किसान विकास पत्र में ब्याज दरों में कितना बदलाव हुआ है?
स्कीम को शुरू हुए तो बहुत साल हो चुके है लेकिन अगर हम आपको पिछले 5 सालों में इस स्कीम में मिलने वाले ब्याज दरों को अगर आपको बताये तो इनमे काफी बदलाव देखने को मिले है। सरकार की तरफ से समय समय पर इस योजना (Scheme) की ब्याज दरों की समीक्षा की जाती है और संसोधित ब्याज दर को लागु कर दिया जाता है। किसान विकास पत्र में मिलने वाली ब्याज दर देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति और सरकारी नीतियों पर निर्भर करती हैं।
2019 में किसान विकास पत्र योजना में ये ब्याज दर 7.6 फीसदी थी और 2020 में ये 7.4 फीसदी की दर से ग्राहकों को मिल रही थी। इसके अलावा 2021 में ये 6.9 फीसदी थी और साल 2022 में ये 7.1 फीसदी की दर से मिलने लग रही थी। इसके अलावा साल 2023 में ये 7.5 फीसदी थी जो की अभी इस साल 2024 में भी बिना बदलाव के मिलने लग रही है। ब्याज दरों में बदलाव के बाद भी आपको इस स्कीम में डबल पैसे का लाभ दिया जाता है लेकिन ब्याज के बदलने के चलते समय अवधी में भी कम ज्यादा होता रहता है।
5 लाख और 10 लाख के निवेश पर कितना रिटर्न मिलेगा – देखें गणना
अब हम 5 लाख और 10 लाख रुपए के निवेश पर मिलने वाले रिटर्न की गणना करते हैं और ये गणना इस साल यानि 2024 में मौजूदा 7.5% की ब्याज दर के आधार पर पर हम यहां पर करने जा रहे है। इस साल में आपको 115 महीने के बाद में सरकार की तरफ से दोगुने पैसे का लाभ दिया जा रहा है।
यदि आप किसान विकास पत्र में 5 लाख रुपए का निवेश करते हैं, तो 7.5% की वार्षिक ब्याज दर (Interest Rate) के अनुसार आपका निवेश 115 महीनों (9 साल 7 महीने) में दोगुना हो जाएगा। रिटर्न=5,00,000×2=10,00,000 रुपए यानि 9 साल 7 महीने के बाद आपको 5 लाख रुपए के निवेश पर 10 लाख रुपए प्राप्त होंगे।
ठीक ऐसी प्रकार से यदि आप किसान विकास पत्र में 10 लाख रुपए का निवेश करते हैं, तो इसी ब्याज दर के अनुसार आपका निवेश भी 115 महीनों में दोगुना हो जाएगा। इसमें आपको 10,00,000×2=20,00,000 रुपए यानि 9 साल 7 महीने के बाद आपको 10 लाख रुपए के निवेश पर 20 लाख रुपए प्राप्त होंगे।
किसान विकास पत्र के लाभ
किसान विकास पत्र में निवेश करने के आपको कई लाभ प्राप्त होते है। किसान विकास पत्र में आपका निवेश पूरी तरह से सुरक्षित होता है क्योंकि इसे भारत सरकार द्वारा समर्थित किया गया है। यह योजना शेयर बाजार और अन्य जोखिम भरे निवेश विकल्पों से काफी अलग है और इसका बाजार के उतर चढाव का कोई भी असर नहीं होता है।
किसान विकास पत्र में आप कितनी भी राशि का निवेश कर सकते हैं और इसे बैंकों और डाकघरों दोनों से खरीदा जा सकता है। किसान विकास पत्र पर बैंक से लोन लिया जा सकता है जिससे आपकी निवेश की राशि को इस्तेमाल करते हुए आपको अतिरिक्त सुविधा मिलती है।हालांकि किसान विकास पत्र के ब्याज पर टैक्स लागू होता है लेकिन यह योजना बचत को बढ़ावा देने के लिए एक प्रभावी तरीका है। कुल मिलाकर टैक्स का मतलब है की आपको जो भी पैसा इस योजना में निवेश के बाद में ब्याज से मिलेगा उस पर आपको टैक्स देना होगा।
किसान विकास पत्र एक सुरक्षित और स्थिर निवेश का एक शानदार विकल्प है जो विशेष रूप से उन लोगों के लिए है जो लंबी अवधि के निवेश की योजना बना रहे हैं। इसकी साधारण निवेश प्रक्रिया, न्यूनतम जोखिम और सुनिश्चित रिटर्न इसे एक बेहतरीन योजना बनाते हैं। अगर आप एक मध्यम या कम जोखिम वाले निवेशक हैं तो किसान विकास पत्र आपके लिए एक उपयुक्त विकल्प हो सकता है। इस स्कीम में पैसा निवेश करके आपका पैसा सुरक्षित होने के अलावा आपको समय पर दोगुने पैसे का लाभ भी मिलता है।