सिबिल स्कोर (CIBIL Score) कम हो गया है और लोन नहीं मिल रहा, ऐसे बढ़ाएं अपना सिबिल स्कोर

वैसे तो भारत की आधी से ज्यादा आबादी गावं देहात में निवास करती है और गावों के लोगों को सिबिल स्कोर क्या होता है इसके बारे में अधिक जानकारी नहीं होती है। लेकिन जब ये कम हो जाता है तो इसके काफी नुकसान होते है। सिबिल स्कोर कम होने के चलते कोई भी बैंक आपको लोन नहीं देता है और आनाकानी करने लगते है। इसके अलावा आपके मोटा ब्याज वसूला जा सकता है।

सिबिल स्कोर (CIBIL Score) एक त्रिकालात्मक संख्या है जो आपकी क्रेडिट रिपोर्ट के आधार पर आपकी क्रेडिट योग्यता को मापता है। यह स्कोर भारत में क्रेडिट इंफॉर्मेशन ब्यूरो (CIBIL) द्वारा तैयार किया जाता है। सिबिल स्कोर 300 से 900 के बीच होता है, जहां 750 से ऊपर का स्कोर अच्छा माना जाता है। यह स्कोर आपके क्रेडिट व्यवहार, उधार लेने की क्षमता और ऋण की चुकौती की आदतों के आधार पर तय होता है। बैंक और वित्तीय संस्थान जब आपको ऋण देने का निर्णय लेते हैं, तो वे सबसे पहले आपका सिबिल स्कोर देखते हैं।

सिबिल स्कोर कैसे कम हो जाता है?

सिबिल स्कोर कई कारणों से कम हो सकता है और जब भी किसी व्यक्ति का सिबिल स्कोर काम हो जाता है तो फिर उस व्यक्ति को किसी भी बैंक से लोन नेने में काफी परेशानी होती है। सिबिल स्कोर कम होने से बैंक अधिक ब्याज दरों पर ऋण का लाभ देते है। देखिए कैसे सिबिल स्कोर कम हो जाता है।

  • ऋण का समय पर भुगतान न करना: अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड की भुगतान तिथि चूकते हैं या ईएमआई समय पर नहीं चुकाते हैं, तो इसका आपके सिबिल स्कोर पर नकारात्मक असर पड़ता है।
  • उच्च क्रेडिट उपयोग: अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड की सीमा का लगातार 30% से अधिक उपयोग कर रहे हैं, तो यह आपके स्कोर को कम कर सकता है।
  • अधिक क्रेडिट आवेदन: बार-बार ऋण या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करना भी आपके स्कोर को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है।
  • क्रेडिट मिक्स की कमी: अगर आपने सिर्फ एक ही प्रकार का ऋण लिया है, जैसे कि केवल पर्सनल लोन या क्रेडिट कार्ड, तो आपका स्कोर कम हो सकता है।
  • क्रेडिट रिपोर्ट में त्रुटियाँ: आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में किसी भी प्रकार की गलत जानकारी, जैसे गलत बकाया या अनजान ऋण, भी स्कोर को प्रभावित कर सकती है।

सिबिल स्कोर कैसे बढ़ाएं?

सबील स्कोर कम हो जाता है तो उसको बढ़ाया भी जा सकता है। सिबिल स्कोर के कम होने के जो कारण हमने आपको ऊपर बताये है उनमे ही आपके सिबिल स्कोर को बढ़ाने के उपाय भी छुपे हुए होते है। देखिये कैसे आप अपना सिबिल स्कोर बढ़ा सकते है ताकि आगे आपको बैंक से ऋण लेने में समस्या ना होने पाए।

  • समय पर भुगतान: अपने सभी ऋणों और क्रेडिट कार्ड की समय पर और पूरी तरह से चुकौती करें। इससे आपका स्कोर धीरे-धीरे बढ़ने लगेगा।
  • क्रेडिट कार्ड का सीमित उपयोग: अपने क्रेडिट कार्ड की कुल सीमा का 30% से कम उपयोग करने का प्रयास करें। इससे बैंक को लगेगा कि आप जिम्मेदारी से क्रेडिट का उपयोग कर रहे हैं।
  • पुराने ऋणों का भुगतान करें: अगर आपके ऊपर कोई पुराने ऋण बाकी हैं, तो उन्हें चुकाएं। इससे आपका क्रेडिट स्कोर सुधर सकता है।
  • नियमित रूप से क्रेडिट रिपोर्ट चेक करें: समय-समय पर अपनी क्रेडिट रिपोर्ट चेक करें ताकि अगर कोई गलती हो, तो उसे सही करवाया जा सके।
  • अधिक क्रेडिट आवेदन से बचें: जितना हो सके, ऋण के लिए बार-बार आवेदन करने से बचें, क्योंकि हर बार जब आप ऋण के लिए आवेदन करते हैं, तो आपके सिबिल स्कोर पर असर पड़ता है।

सिबिल स्कोर कम होने के नुकसान

सिबिल स्कोर कम होने के कई नकारात्मक परिणाम हो सकते है। वैसे आमतौर पर लोगों को सिबिल स्कोर की अधिक जानकारी नहीं होती है लेकिन जो लोग बैंकों से ऋण लेते रहते है उनको अच्छे से पता होगा की अगर किसी भी व्यक्ति का सिबिल स्कोर कम हो जाता है तो उसको बैंको की तरफ से लोन देने में आनाकानी की जाने लगती है या फिर उससे अधिक ब्याज दरों की वसूल और सिक्योरिटी आदि के डिमांड की जा सकती है। देखिये सिबिल स्कोर कम होने के क्या क्या नुकसान हो सकते है।

  • ऋण प्राप्त करने में कठिनाई: यदि आपका सिबिल स्कोर कम है, तो बैंक या वित्तीय संस्थान आपको ऋण देने से मना कर सकते हैं।
  • उच्च ब्याज दरें: यदि आपको कम सिबिल स्कोर के बावजूद ऋण मिलता है, तो ब्याज दरें अधिक हो सकती हैं। इससे आपको अधिक धनराशि चुकानी पड़ सकती है।
  • क्रेडिट कार्ड की सीमा कम हो सकती है: यदि आपका सिबिल स्कोर गिरता है, तो बैंक आपकी क्रेडिट कार्ड की सीमा कम कर सकते हैं या कार्ड को रद्द भी कर सकते हैं।
  • संविदात्मक सेवाओं की प्राप्ति में कठिनाई: जैसे कि मोबाइल कनेक्शन या अन्य सेवाओं के लिए भी सिबिल स्कोर महत्वपूर्ण हो सकता है। कम स्कोर होने से ये सेवाएं प्राप्त करने में परेशानी हो सकती है।

सिबिल स्कोर को कैसे सही बनाकर रखा जाए?

सिबिल स्कोर जिस हिसाब से कम हो जाता है या फिर उसको आप सही कर लेते है तो ठीक ऐसे ही आप हमेशा अपने सिबिल स्कोर को मेन्टेन करके भी रख सकते है। इसके लिए आपको कुछ नियमों का अपने जीवन में पालन करना होता है और इससे आपका सिबिल स्कोर कभी भी ख़राब नहीं होता है। देखिये कैसे आप अपने सिबिल स्कोर को बनाकर रख सकते है।

  • समय पर बिलों और ईएमआई का भुगतान: यह सबसे महत्वपूर्ण तरीका है जिससे आप अपने सिबिल स्कोर को स्थिर रख सकते हैं।
  • क्रेडिट कार्ड का सही उपयोग: क्रेडिट कार्ड की लिमिट का कम से कम उपयोग करें और बिल समय पर चुकाएं।
  • क्रेडिट मिक्स बनाए रखें: अलग-अलग प्रकार के ऋण, जैसे पर्सनल लोन, होम लोन, और क्रेडिट कार्ड का बैलेंस्ड मिक्स बनाए रखें।
  • क्रेडिट रिपोर्ट की नियमित जांच: साल में कम से कम एक बार अपनी क्रेडिट रिपोर्ट चेक करें ताकि किसी भी गलती को समय पर सुधारा जा सके।
  • अधिक ऋण लेने से बचें: जब तक आवश्यकता न हो, नए ऋण के लिए आवेदन न करें।

इन आदतों को अपनाकर आप न केवल अपने सिबिल स्कोर को सही रख सकते हैं बल्कि इसे धीरे-धीरे बढ़ा भी सकते हैं। सिबिल स्कोर को आज के समय में सही बनाकर रखना बहुत जरुरी हो जाता है क्योंकि नए ज़माने के हिसाब से आप सबकुछ ऑनलाइन मिल रहा है और बहुत से लोग ऑनलाइन शॉपिंग आदि के लिए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते है। इसलिए सिबिल स्कोर को हमेशा मेन्टेन करके रखने में ही आपका फायदा है।