UIDAI के 4 आधार कार्ड कौन कौन से है? जानिए कौन सा है आपके लिए सबसे बेहतर

आज के समय में आधार कार्ड इंसान की पूरी पहचान करने के लिए एक बहुत ही जरुरी दस्तावेज बन चूका है। आपको बैंक में कोई काम करना है या फिर अपने लिए के कार खरीदनी है, आपको सरकार काम करवाना है या फिर प्राइवेट स्कूल में बच्चों का एडमिशन करवाना है तो सबसे पहला दस्तावज आपको आधार ही चाहिए। बिना इसके कोई भी काम आप नहीं करवा सकते है।

क्या आपको पता है कि UIDAI (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) सिर्फ एक तरह का आधार कार्ड जारी नहीं करता है? जी हाँ, सही सुना आपने! UIDAI 4 तरह के आधार कार्ड जारी करता है, जिनमें से प्रत्येक की अपनी विशेषताएं और फायदे हैं। आज हम आपको इन चारों आधार कार्ड के बारे में विस्तार से बताएंगे ताकि आप अपनी जरूरत के अनुसार सबसे उपयुक्त कार्ड का चुनाव कर सकें।

आधार लेटर (Aadhaar Letter) होता है जारी

यह एक पेपर-आधारित, लैमिनेटेड पत्र है जिसमें जारी करने की तारीख और प्रिंट तिथि के साथ एक सुरक्षित क्यूआर कोड होता है। आपको याद होगा की जब भी आपके घर पर आपका आधार कार्ड डाक के जरिये भेजा जाता है तो उस समय कार्ड वाला आधार कार्ड ना आकर लेटर वाला आधार कार्ड ही घर पर आता था। उसको लेमिनेट करवाकर रखते थे। यह पूरी तरह से मुफ्त है और डाक द्वारा आपके घर भेजा जाता है।

यदि आपका आधार कार्ड खो जाता है या क्षतिग्रस्त हो जाता है, तो आप आधार लेटर के लिए आवेदन कर सकते हैं। UIDAI की वेबसाइट से ऑनलाइन आधार लेटर बदलने के लिए 50 रुपये का शुल्क देना होगा। ये अआप्के घर के स्थाई पते पर UIDAI की तरफ से भेजा जाता है। ये आधार कार्ड भी उतना ही वैध है जितना की बाकि के आधार कार्ड है।

ई-आधार (eAadhaar) एक इलेक्ट्रॉनिक संस्करण है

यह आधार कार्ड का इलेक्ट्रॉनिक संस्करण है जो पासवर्ड से सुरक्षित है। इसे UIDAI द्वारा डिजिटल रूप से हस्ताक्षरित किया जाता है और इसमें ऑफलाइन सत्यापन के लिए एक सुरक्षित क्यूआर कोड होता है। आप इसे UIDAI की वेबसाइट से मुफ्त में डाउनलोड कर सकते हैं। ई-आधार को आधार की भौतिक प्रति के समान ही मान्य माना जाता है।

पीवीसी आधार कार्ड (PVC Aadhaar Card) आज कल सब बनवा रहे है

यह एक पतला, टिकाऊ और एटीएम कार्ड के आकार का आधार कार्ड है। इसमें एक डिजिटल क्यूआर कोड, एक तस्वीर और जनसांख्यिकीय जानकारी शामिल है। आप इसे UIDAI की वेबसाइटों uidai.gov.in या Resident.uidai.gov.in पर जाकर 50 रुपये के शुल्क के साथ डाउनलोड कर सकते हैं। ये आधार कार्ड आज के समय में लगभग सभी लोग बनवा रहे है क्योंकि ये कैर्री करने में बहुत ही आसान होने के साथ साथ में टिकाऊ भी है।

एम आधार (mAadhaar) एक मोबाइल एप्लीकेशन टाइप आधार कार्ड है

यह UIDAI द्वारा विकसित एक आधिकारिक मोबाइल एप्लिकेशन है। यह आधार धारकों को अपने आधार रिकॉर्ड को अपने साथ ले जाने की सुविधा देता है। इसमें ऑफलाइन सत्यापन के लिए एक सुरक्षित क्यूआर कोड भी शामिल है। एम आधार को मुफ्त में डाउनलोड किया जा सकता है और इसे वैध पहचान दस्तावेज के रूप में भी स्वीकार किया जाता है।

कौन सा आधार कार्ड आपके लिए सबसे अच्छा है?

यह आपकी आवश्यकताओं पर निर्भर करता है। यदि आप एक मुफ्त और आसान विकल्प चाहते हैं, तो आधार पत्र या ई-आधार एक अच्छा विकल्प है। यदि आप एक अधिक टिकाऊ और पोर्टेबल विकल्प चाहते हैं, तो पीवीसी आधार कार्ड का चुनाव आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प साबित होगा। और यदि आप अपने आधार को अपने स्मार्टफोन पर ले जाना चाहते हैं तो एम आधार सबसे अच्छा विकल्प है क्योंकि ये आपके स्मार्टफोन में हर समय उपलब्ध रहेगा और कहीं पर भी आप इसका इस्तेमाल कर सकते है।

UIDAI द्वारा पेश किए गए 4 आधार कार्ड में से प्रत्येक की अपनी विशेषताएं और फायदे हैं। अपनी आवश्यकताओं के आधार पर आप सबसे उपयुक्त कार्ड का चुनाव कर सकते हैं। आप UIDAI की वेबसाइट https://uidai.gov.in/ पर जाकर अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। आधार कार्ड से संबंधित किसी भी प्रश्न के लिए आप UIDAI के हेल्पलाइन नंबर 1947 पर कॉल कर सकते हैं।

आधार कार्ड कब शुरू हुआ?

आधार कार्ड की शुरुआत साल 2009 में की गए थी लेकिन ये एक चरण में पूरी तरह से लागु नहीं हो पाया था। सरकार की तरफ से इसको तीन चरणों में लागु किया गया था। इनमे पहला साल 2009 में UIDAI के पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत कुछ राज्यों इ आधार कार्ड को जारी किया गया था। इसके बाद में साल 2010 में आधार कार्ड को पुरे देश में वितरित ककिया गया था।

आधार कार्ड को देश में पूरी तरह से लागु साल 2016 में किया गया था और 2016 में ही इसको अनिवार्य कर दिया गया था। आज के समय में पुरे देश में लगभग 130 करोड़ लोगों को आधार कार्ड जारी किया गया है। मौजूदा समय में सभी कार्यों में आधार कार्ड की जरुरत होती है और इसके बिना आप कोई भी कार्य नहीं करवा सकते है।

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